आखिर क्यों मोदी जी सेना
के तीनों कमाण्डरस् को अलग-अलग तरह से सेल्युट करते है।
प्रिय पाठकों आपने सेना
के तीनों कमाण्डर को अलग-अलग तरह से सैल्युट करते देखा होगा और आपके मन में ये
विचार जरुर आया होगा की क्या वजह है। इनके सैल्युट करने के तरीके का तो चलो आज हम
आपको बताते है। आखिर क्या वजह है।
सबसे पहले बात करते है।
थल सेना के जवानों की तो थल सेना के जवान सैल्युट करते समय अपना हाथ अपने सर के
सामने रखते है। ओर उनके हाथ की हथेली हमें साफ दिखाई देती है। इसका मतलब ये होता
है। कि थल सेना के जवान या अधिकारी अपने सामने वाले को विश्वास दिलाना चाहते है।
कि हमारे हाथ में ऐसा कुछ नहीं है। कि हम आप पर हमला कर सकें या पूरी तरह से सामने
वाले को अपने ऊपर विश्वास करने का साइन देते है।
दुसरी बात आती है। वायु
सेना के जवानों की तो वायु सेना के जवान सैल्युट करते समय अपना हाथ सर के सामने 45° झुका कर रखते है।
जिसका मतलब सामने वाले को एक साइन से समझाते है। कि हम वायु सेना के जवान है। तथा
हमारा लक्ष्य आसमान में प्रगति करना है।
तीसरी बात आती है। जल
सेना के जवानों की तो जल सेना के जवान सेल्युट करते समय अपने हाथ की हथेली पुरी
तरह से छुपा देते है। ओर सामने वाले को सिर्फ उनकी छोटी उगंली वाला ही हिस्सा
दिखाई देता है। जो उनके काले पीले हाथ या मैले हाथों के निशान छुपाता है। ऐसा
इसलिए करते है। कि जहाजों में काम करते समय उनके हाथ गदें और भद्दे हो जाते है। ओर
ये जवान अपने गदें हाथों को छुपाते हुए ऐसा करते है।
तो है ना कमाल की बात
जब इन सेनाओं के जवान एक
आम आदमी की तरह सिविल ड्रेस में होते है। तो इनके अधिकारी इनके सैल्युट करने के
तरीके से पता कर लेते है। कि आखिर ये कौन सी सेना का जवान है।
और आमतौर पर हम कह भी
सकते है। कि सैल्युट करने का रिवाज पहले सामने वाले को तवज्जो देने का था पर अब यह
तवज्जो के साथ साथ एक साइन भी बन गया है। जिससे पता चल सके की आखिर जवान किस सेना
से संबंध रखता है।
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