शहीद मेजर मोहीत शर्मा
- जैसा की हम सब जानते है पैरा कमाण्डो बनना इतना आसान काम नहीं पैरा कमाण्डोज को कई मुसीबतो से गुजार कर एक ऐसा पत्थर बनाया जाता है जो हर प्रकार की परिस्थिती में अपने आप को आसानी से ढाल लेता है। और आज ठीक इसी प्रकार एक ऐसे पैरा कमाण्डो की कहानी आपको बताने जा रहे है जो अपने देश के लिए दो हफ्तो तक पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ रहा तथा उनकी सभी प्लानिगं की जानकारी देश को दी
और इतना ही नहीं अतं में दो खुंखार आतंकवादियों को मौत के घाट
उतार कर अपने देश के लिए शहीद हो गये
इस सच्चे देशभक्त पैरा कमाण्डो का नाम है। मेजर मोहीत शर्मा । इनका जन्म हरियाणा के रोहतक जिले में 13 जनवरी 1976 को हुआ था जिन्होनें सन् 1999 में इण्डियन आर्मी को जॉइन किया था और इसके साथ ही साथ काफी खेलो में चैम्पीयन रहे जैसे तैराकी, मुक्केबाजी तथा घुड़सवारी।
कर्नल भवानी सिंह के
नेतृत्व में इन्होंने घुड़सवारी सीखी तथा घुड़सवारी के चेम्पीयन रहे। तथा NDA की परिक्षा पास
कर SSB में S.F. Commando के तौर पर सेना में गये
कई गुप्त ऑप्रेशन की सफलता के लिए इनको दो बार वीरता पुरस्कार मिला
और अन्त में 21 मार्च 2009
को कुपवाड़ा में आतंकवादियों की गुप्त सुचना देकर दो आतंकवादियों के ढेर करके
आतंकवादियों द्वारा हुए हमले का दर्द सहते हुए ये शहीद हो गये तथा शहीद होने के
बाद इनको अशोक चक्र से सम्मानित किया गया
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